Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
प्रधानमंत्री ने चित्तौड़गढ़-नीमच रेलवे लाइन और कोटा-चित्तौड़गढ़ विद्युतीकृत रेलवे लाइन के दोहरीकरण से जुड़ी परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया। ये परियोजनाएं 650 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरी की गई हैं और इससे क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचा मजबूत होगा। वे राजस्थान में ऐतिहासिक स्थलों पर पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे।
सांवलियाजी (चित्तौड़गढ़)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राजस्थान की संस्कृति वीरता, वैभव और विकास को एक साथ लेकर आगे बढ़ना सिखाती है। राजस्थान में अतीत की विरासत भी है, वर्तमान का सामर्थ्य भी है और भविष्य की संभावनाएं भी हैं।
जनसभा से पूर्व मंदिर परिसर में ही संक्षिप्त लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि बापू सर्वस्पर्शी विकास के पक्षधर थे। आज देश की प्राथमिकता वंचित के विकास की है। उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान के विकास में ये परियोजनाएं आम आदमी की सहूलियत बढ़ाएंगी।
प्रधानमंत्री ने गैस आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए मेहसाणा -भटिंडा-गुरदासपुर गैस पाइपलाइन राष्ट्र को समर्पित की। इस पाइपलाइन का निर्माण लगभग 4500 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। प्रधानमंत्री ने आबू रोड में एचपीसीएल के एलपीजी प्लांट का भी लोकार्पण किया। यह संयंत्र प्रति वर्ष 86 लाख सिलेंडरों की बॉटलिंग और वितरण करेगा तथा इससे सिलेंडर ले जाने वाले ट्रक यात्राओं की संख्या में प्रति वर्ष 0.75 मिलियन किलोमीटर की कमी आएगी, जबकि प्रति वर्ष लगभग 0.5 मिलियन टन कार्बन डाइ ऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी। पीएम ने आईओसीएल के अजमेर बॉटलिंग प्लांट में अतिरिक्त भंडारण को भी राष्ट्र को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री ने एनएच-12 (नया एनएच-52) पर दराह-झालावाड़-तीनधार खंड पर 4-लेन सड़क का लोकार्पण किया, जिसका निर्माण 1480 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। यह परियोजना कोटा और झालावाड़ जिलों से खदानों के बीच उत्पादों के परिवहन की सुविधा प्रदान करेगी। उन्होंने सवाई माधोपुर में रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) को दो लेन से चार लेन तक बनाने और चौड़ा करने की आधारशिला भी रखी। इस परियोजना से सड़कों पर भीड़भाड़ की समस्या से राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने चित्तौड़गढ़-नीमच रेलवे लाइन और कोटा-चित्तौड़गढ़ विद्युतीकृत रेलवे लाइन के दोहरीकरण से जुड़ी परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया। ये परियोजनाएं 650 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरी की गई हैं और इससे क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचा मजबूत होगा। वे राजस्थान में ऐतिहासिक स्थलों पर पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे।
प्रधानमंत्री ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत नाथद्वारा में विकसित पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण किया। नाथद्वारा संत वल्लभाचार्य द्वारा प्रचारित पुष्टिमार्ग के लाखों अनुयायियों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। नाथद्वारा में एक आधुनिक पर्यटक व्याख्या और सांस्कृतिक केंद्र विकसित किया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने कोटा के भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान का स्थायी परिसर भी राष्ट्र को समर्पित किया।